श्रीमद्भगवद्गीता न केवल हिंदू धर्म का एक प्रमुख ग्रंथ है, बल्कि यह जीवन का आध्यात्मिक मार्गदर्शन देने वाला एक सार्वकालिक संदेश भी है।
इस दिव्य ग्रंथ का उपदेश स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने अपने परम सखा अर्जुन को दिया था। लेकिन यह गूढ़ ज्ञान कहाँ दिया गया था? यह प्रश्न अक्सर श्रद्धालुओं और अध्यात्म में रुचि रखने वालों के मन में आता है।
तो आइए जानते हैं —
भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान किस भूमि पर खड़े होकर दिया था और वह स्थान आज कौन-सा है।
📍 गीता का उपदेश कहां दिया गया?
भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) नामक स्थान पर दिया था।
यह वही भूमि है जहां महाभारत का ऐतिहासिक युद्ध हुआ था और जहाँ अर्जुन युद्ध से पूर्व मोह और संदेह से भर उठे थे। उस समय उन्होंने अपने धनुष को नीचे रख दिया और युद्ध करने से मना कर दिया।
📖 क्या हुआ था कुरुक्षेत्र की भूमि पर?
कुरुक्षेत्र की भूमि पर जब दोनों सेनाएँ आमने-सामने खड़ी थीं, अर्जुन ने अपने रथ को दोनों पक्षों के महान योद्धाओं के बीच खड़ा करने को कहा।
भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन का रथ दोनों सेनाओं के बीच खड़ा किया। वहाँ अर्जुन ने देखा कि युद्ध भूमि में उनके संबंधी, गुरु, और मित्र खड़े हैं — तब उनके मन में द्वंद्व उत्पन्न हुआ।
अर्जुन ने कहा:
“हे कृष्ण! मैं इन पर बाण कैसे चला सकता हूं? यह मेरे अपने हैं।”
तब भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें गीता का अमर ज्ञान दिया, जो न केवल युद्ध के संदर्भ में था, बल्कि कर्म, धर्म, आत्मा और मोक्ष की गूढ़ व्याख्या भी था।
📜 गीता उपदेश की भूमिका
श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान महाभारत के भीष्म पर्व में वर्णित है। यह 700 श्लोकों का ग्रंथ है जो 18 अध्यायों में विभाजित है।
भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को समझाया:
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जीवन और मृत्यु नश्वर हैं
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आत्मा अजर, अमर और अविनाशी है
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कर्म करना ही मनुष्य का धर्म है
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निष्काम कर्म ही मोक्ष का मार्ग है
🛕 कुरुक्षेत्र का महत्व
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कुरुक्षेत्र आज भी एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है।
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यह हरियाणा राज्य में स्थित है और यहाँ “ज्योतिसर” नामक स्थान को गीता उपदेश का मूल स्थल माना जाता है।
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ज्योतिसर में आज भी वह पवित्र बनयान (बरगद) का वृक्ष मौजूद है जिसके नीचे श्री कृष्ण ने गीता का ज्ञान दिया था।
यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पूजनीय और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर माना जाता है।
✨ ज्योतिसर तीर्थ — गीता उपदेश स्थल
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यहाँ भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन की एक भव्य रथ पर प्रतिमा है
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एक गीता ज्ञान मंदिर भी स्थित है, जहाँ गीता के सभी 18 अध्यायों को दीवारों पर अंकित किया गया है
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पर्यटक यहाँ प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में गीता जयंती पर एकत्रित होते हैं
📌 निष्कर्ष
भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का दिव्य ज्ञान हरियाणा के “कुरुक्षेत्र” में, महाभारत युद्ध के मैदान में दिया था।
इस स्थल को आज “ज्योतिसर” तीर्थ के नाम से जाना जाता है और यह स्थान आध्यात्मिकता, कर्मयोग और धर्म का प्रतीक है।