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भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप का वर्णन गीता के किस अध्याय में आता है?

श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पवित्र और दिव्य ग्रंथ है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कुरुक्षेत्र युद्ध भूमि में उपदेश दिया था।इस ग्रंथ के प्रत्येक अध्याय में जीवन के गूढ़ रहस्य और धर्म का मर्म छिपा है।लेकिन सबसे अद्भुत और रहस्यमयी दृश्य तब आता है जब श्रीकृष्ण अर्जुन को अपना विराट स्वरूप दिखाते […]

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विश्वकर्मा भगवान की पूजा कैसे करें? – संपूर्ण पूजा विधि और महत्व

भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि के पहले इंजीनियर, वास्तुकार और शिल्पशास्त्र के अधिष्ठाता देवता माना जाता है।इनकी पूजा विशेष रूप से विश्वकर्मा जयंती (अश्विन मास के कन्या संक्रांति के दिन) और कई स्थानों पर 17 सितंबर को की जाती है।विश्वकर्मा पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होती है जो मशीन, औज़ार, निर्माण कार्य,

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धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव ने कितने अवतार लिए? एकादश रुद्र – भगवान शिव के 11 अवतार

भगवान शिव, जिन्हें त्रिदेवों में “संहारकर्ता” के रूप में जाना जाता है, न केवल एक देवता हैं, बल्कि आदियोगी, महातपस्वी, और करुणा के सागर भी हैं।जैसे भगवान विष्णु ने समय-समय पर अलग-अलग अवतार लेकर संसार का कल्याण किया, वैसे ही भगवान शिव ने भी विभिन्न रूपों में अवतार लेकर अधर्म का विनाश और धर्म की

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भगवान शिव की पूजा में इनमें से किसका प्रयोग अति शुभ माना जाता है?

भगवान शिव, जिन्हें देवों के देव “महादेव” कहा जाता है, का पूजन अत्यंत सरल, प्रभावशाली और फलदायक माना गया है। शिव की पूजा में कुछ विशिष्ट वस्तुएं ऐसी मानी गई हैं जिनका प्रयोग करने से श्रद्धालु को विशेष पुण्य, मानसिक शांति और जीवन में सकारात्मकता प्राप्त होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि शिव

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भगवान की तस्वीर किस दिशा में लगानी चाहिए? – वास्तु और धर्म के अनुसार सही दिशा

घर में भगवान की तस्वीर या मूर्ति लगाना न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है, बल्कि यह वास्तुशास्त्र के अनुसार भी घर की ऊर्जा को सकारात्मक बनाता है। लेकिन यह जानना बहुत ज़रूरी है कि भगवान की तस्वीर किस दिशा में लगानी चाहिए, ताकि ईश्वरीय कृपा और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे। आइए जानते हैं

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धर्म का दीपक, दया का दीप कब जलेगा? – एक आध्यात्मिक प्रश्न और जागृति की पुकार

धर्म का दीपक, दया का दीप कब जलेगा? विश्व में भगवान कब सुकोमल ज्योति से अभिषिक्त होंगे? यह केवल एक कविता की पंक्ति नहीं, बल्कि मानवता की अंतरात्मा से निकली एक गूंज है।जब अंधकार अन्याय, अहंकार और हिंसा के रूप में फैल रहा हो — तब यह प्रश्न हमारे मन, बुद्धि और आत्मा को झकझोरता

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विष्णु भगवान की फोटो किस दिशा में लगानी चाहिए? – जानिए वास्तु और आध्यात्मिक दृष्टिकोण

भगवान विष्णु, जिन्हें पालनकर्ता कहा जाता है, हिंदू धर्म में अत्यंत पूजनीय हैं। यदि आप अपने घर या पूजा स्थान में श्रीहरि विष्णु की तस्वीर या मूर्ति लगाना चाहते हैं, तो यह जरूरी है कि उसे सही दिशा में स्थापित किया जाए। इससे न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ती है, बल्कि घर में सुख-समृद्धि और शांति

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विश्व में सबसे ज्यादा किस भगवान की पूजा होती है? – एक व्यापक आध्यात्मिक विश्लेषण

पूरे विश्व में लाखों देवी-देवताओं को पूजा जाता है। हर धर्म, हर संस्कृति में ईश्वर को व्यक्त करने के अलग-अलग रूप हैं। लेकिन यह प्रश्न अक्सर लोगों के मन में आता है कि –👉 “दुनिया में सबसे ज्यादा किस भगवान की पूजा होती है?”इसका उत्तर आसान नहीं, लेकिन तथ्यों और आस्था दोनों के आधार पर

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मन, बुद्धि और आत्मा में क्या अंतर है? – सरल और आध्यात्मिक समझ

भारतीय दर्शन और योगशास्त्र में मन, बुद्धि और आत्मा का गहरा महत्व है। ये तीनों हमारे आंतरिक अस्तित्व के मूल स्तंभ हैं, लेकिन अक्सर लोग इनको एक जैसे समझ लेते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि मन, बुद्धि और आत्मा में क्या अंतर है, और इनकी पहचान कैसे करें। 1. मन (Mind) क्या है?

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आध्यात्मिक जागृति के लक्षण – कैसे पहचानें आत्मजागरण की स्थिति?

आध्यात्मिक जागृति (Spiritual Awakening) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति अपने भीतर छुपे हुए चेतन और आत्म-ज्ञान को पहचानता है। यह जागृति अचानक भी हो सकती है या धीरे-धीरे साधना, ध्यान और अनुभवों से विकसित होती है। जब कोई व्यक्ति इस जागरूकता के मार्ग पर आता है, तो उसके विचार, भावनाएँ और जीवन जीने का

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