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धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव ने कितने अवतार लिए थे?

भगवान शिव, जिन्हें महादेव, भोलेनाथ और नीलकंठ जैसे नामों से जाना जाता है, त्रिदेवों में से एक हैं और सृष्टि के संहारकर्ता माने जाते हैं। वे केवल एक देव नहीं, बल्कि अधिकार, तप, तांडव, करुणा और गहन रहस्य का प्रतीक हैं।जहाँ भगवान विष्णु के दस अवतारों का विस्तृत विवरण मिलता है, वहीं बहुत से लोग […]

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सोमवार को भगवान शिव की पूजा में क्या चढ़ाना शुभ होता है?

भगवान शिव को हिन्दू धर्म में “भोलेनाथ”, “महादेव”, और “त्रयंबकेश्वर” जैसे अनेक नामों से जाना जाता है। वे सरलता से प्रसन्न हो जाने वाले देवता हैं, और सोमवार का दिन विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन श्रद्धालु उपवास रखते हैं और शिवलिंग पर विविध पूजन

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भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप का वर्णन गीता के किस अध्याय में आता है?

श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पवित्र और दिव्य ग्रंथ है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कुरुक्षेत्र युद्ध भूमि में उपदेश दिया था।इस ग्रंथ के प्रत्येक अध्याय में जीवन के गूढ़ रहस्य और धर्म का मर्म छिपा है।लेकिन सबसे अद्भुत और रहस्यमयी दृश्य तब आता है जब श्रीकृष्ण अर्जुन को अपना विराट स्वरूप दिखाते

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विश्वकर्मा भगवान की पूजा कैसे करें? – संपूर्ण पूजा विधि और महत्व

भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि के पहले इंजीनियर, वास्तुकार और शिल्पशास्त्र के अधिष्ठाता देवता माना जाता है।इनकी पूजा विशेष रूप से विश्वकर्मा जयंती (अश्विन मास के कन्या संक्रांति के दिन) और कई स्थानों पर 17 सितंबर को की जाती है।विश्वकर्मा पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण होती है जो मशीन, औज़ार, निर्माण कार्य,

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धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव ने कितने अवतार लिए? एकादश रुद्र – भगवान शिव के 11 अवतार

भगवान शिव, जिन्हें त्रिदेवों में “संहारकर्ता” के रूप में जाना जाता है, न केवल एक देवता हैं, बल्कि आदियोगी, महातपस्वी, और करुणा के सागर भी हैं।जैसे भगवान विष्णु ने समय-समय पर अलग-अलग अवतार लेकर संसार का कल्याण किया, वैसे ही भगवान शिव ने भी विभिन्न रूपों में अवतार लेकर अधर्म का विनाश और धर्म की

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भगवान शिव की पूजा में इनमें से किसका प्रयोग अति शुभ माना जाता है?

भगवान शिव, जिन्हें देवों के देव “महादेव” कहा जाता है, का पूजन अत्यंत सरल, प्रभावशाली और फलदायक माना गया है। शिव की पूजा में कुछ विशिष्ट वस्तुएं ऐसी मानी गई हैं जिनका प्रयोग करने से श्रद्धालु को विशेष पुण्य, मानसिक शांति और जीवन में सकारात्मकता प्राप्त होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि शिव

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काशी विश्वनाथ मंदिर जाने का रास्ता – एक संपूर्ण मार्गदर्शिका

काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी (बनारस) में स्थित भगवान शिव का अत्यंत प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग मंदिर है। यह मंदिर हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है और हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए यहाँ आते हैं। अगर आप पहली बार काशी विश्वनाथ मंदिर जा रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि वहां कैसे पहुँचा जाए,

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सौभाग्य के लिए पहने जाने वाली माला: आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व

🧿 संक्षिप्त विवरण / परिचय (Intro): भारतीय संस्कृति में माला न केवल धार्मिक प्रतीक होती है, बल्कि यह जीवन में सौभाग्य, सकारात्मक ऊर्जा, और आध्यात्मिक उन्नति का माध्यम भी मानी जाती है। कुछ विशेष मालाएं ऐसी होती हैं जिन्हें पहनने से घर में सुख-समृद्धि आती है और जीवन में कष्ट दूर होते हैं। 🌟 मुख्य

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काली माता की मूर्ति घर में रखना चाहिए या नहीं? जानिए धार्मिक मान्यता

काली माता को शक्ति, साहस और रक्षण का प्रतीक माना जाता है। वह अंधकार को हराकर प्रकाश लाती हैं और बुराई का नाश करती हैं। उनके तेजस्वी और उग्र रूप के कारण कई लोग यह सवाल करते हैं कि —👉 “क्या काली माता की मूर्ति घर में रखनी चाहिए?”इस प्रश्न का उत्तर सीधा नहीं है,

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घर में लड्डू गोपाल की मूर्ति कितनी बड़ी होनी चाहिए? जानिए सही आकार और महत्व

लड्डू गोपाल, श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप, हिन्दू घरों में अत्यंत पूजनीय होते हैं। उन्हें घर में स्थापित करना केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा, शांति और सुख-समृद्धि का प्रतीक है। परंतु जब बात आती है उनकी मूर्ति लाने की, तो एक आम प्रश्न उठता है—घर में लड्डू गोपाल की मूर्ति कितनी बड़ी होनी

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