वरात्रि 2025 कब है?
Navratri 2025 की तिथि:
चैत्र नवरात्रि 2025 – 30 मार्च 2025 (रविवार) से 7 अप्रैल 2025 (सोमवार) तक।
शारदीय नवरात्रि 2025 – 22 सितंबर 2025 (सोमवार) से 30 सितंबर 2025 (मंगलवार) तक।
नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पावन और शक्तिशाली पर्व है, जिसे माता दुर्गा के नौ रूपों की आराधना और साधना के लिए मनाया जाता है। यह पर्व शक्ति, विश्वास, भक्ति और साधना का प्रतीक है।
देवी माँ के हर रूप की आराधना से साधक को साहस, ऊर्जा, समृद्धि और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा प्राप्त होती है।
यदि आप इस पावन पर्व पर अपने घर में माँ दुर्गा, माँ लक्ष्मी, या अन्य देवी प्रतिमा की स्थापना करना चाहते हैं, तो MurtiMall पर देवी माँ की मूर्तियाँ देखें।
Navratri 2025 पूजा विधि (How to Perform Navratri Puja)
🪔 नवरात्रि पूजा सामग्री:
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कलश (घट स्थापना के लिए)
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लाल वस्त्र
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नारियल
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सुपारी, लौंग, इलायची
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कुमकुम, अक्षत, पुष्प
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माँ दुर्गा या नवदुर्गा की प्रतिमा (MurtiMall से देखें)
🌺 नवरात्रि पूजा विधि:
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घर को साफ़ और शुद्ध करके पूजा स्थान तैयार करें।
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माँ दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। (MurtiMall लिंक)
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कलश स्थापना करें, जिसके ऊपर नारियल रखा जाता है।
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अखंड ज्योति जलाएं।
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प्रतिदिन माँ के भिन्न-भिन्न रूपों की पूजा करें और दुर्गा सप्तशती या देवी कवच का पाठ करें।
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कन्या पूजन (अष्टमी या नवमी) करें।
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अंतिम दिन हवन और प्रसाद वितरण करें।
नवरात्रि 2025 के 9 दिनों के देवी स्वरूप
दिन | तिथि | देवी स्वरूप | पूजन का फल |
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1 | 30 मार्च | शैलपुत्री | सुख-शांति, सौभाग्य |
2 | 31 मार्च | ब्रह्मचारिणी | आत्मबल, साधना |
3 | 1 अप्रैल | चंद्रघंटा | शत्रु बाधा समाप्ति |
4 | 2 अप्रैल | कूष्मांडा | समृद्धि और आरोग्य |
5 | 3 अप्रैल | स्कंदमाता | संतान सुख |
6 | 4 अप्रैल | कात्यायनी | विवाह बाधा निवारण |
7 | 5 अप्रैल | कालरात्रि | भय नाश, शत्रु विनाश |
8 | 6 अप्रैल | महागौरी | शांति, धन |
9 | 7 अप्रैल | सिद्धिदात्री | सिद्धि, ज्ञान, पूर्णता |
swनवरात्रि में क्या करें और क्या ना करें?
✅ करें:
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सात्विक और शुद्ध आहार लें
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माँ दुर्गा के मंत्रों का जप करें
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नियमित रूप से दीप जलाएं
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नवरात्रि के 9 दिन माँ की आराधना करें
❌ न करें:
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मांसाहार, शराब से दूर रहें
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क्रोध, झूठ या अपशब्दों से बचें
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वाद-विवाद और नकारात्मक विचार से दूरी बनाएं
नवरात्रि में विशेष उपाय और लाभ
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माँ दुर्गा के ध्यान और व्रत से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
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रोग, भय, क्लेश, दरिद्रता से मुक्ति मिलती है।
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व्यापार, धन, विवाह, संतान में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
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देवी मूर्ति के समक्ष अखंड दीपक से घर में शुभ ऊर्जा बनी रहती है।
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FAQs – Navratri 2025
प्रश्न 1: Navratri 2025 की तिथि क्या है?
उत्तर: चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से 7 अप्रैल और शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से 30 सितंबर 2025 तक होगी।
प्रश्न 2: नवरात्रि में देवी मूर्ति कैसे स्थापित करें?
उत्तर: माँ दुर्गा की मूर्ति को स्वच्छ, ऊँचाई वाली जगह लाल कपड़े पर रखें और प्रतिदिन पूजा करें। MurtiMall लिंक से शुभ मूर्तियाँ खरीद सकते हैं।
प्रश्न 3: क्या नवरात्रि में मन्नत माँगी जा सकती है?
उत्तर: हाँ, माँ दुर्गा से श्रद्धा पूर्वक कुछ भी माँगा जा सकता है, वे भक्तों की रक्षा और सहायता अवश्य करती हैं।
प्रश्न 4: क्या घर में अखंड दीपक जलाना अनिवार्य है?
उत्तर: हाँ, यह परंपरा शुभ मानी जाती है और इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
निष्कर्ष
Navratri 2025 न केवल एक पर्व है, बल्कि आत्मा के जागरण और शक्ति की आराधना का समय है। माँ दुर्गा की भक्ति से मन, तन और जीवन में संतुलन आता है। श्रद्धा से की गई साधना हर बाधा को दूर करती है और मनोवांछित फल दिलाती है।
यदि आप अपने घर या ऑफिस में माँ दुर्गा, लक्ष्मी या सरस्वती की सुंदर मूर्ति स्थापित करना चाहते हैं, तो MurtiMall पर उपलब्ध ईश्वरीय मूर्तियाँ अवश्य देखें।