काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी (बनारस) में स्थित भगवान शिव का अत्यंत प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग मंदिर है। यह मंदिर हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है और हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए यहाँ आते हैं। अगर आप पहली बार काशी विश्वनाथ मंदिर जा रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि वहां कैसे पहुँचा जाए, कौन-कौन से रास्ते और साधन उपलब्ध हैं।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे – काशी विश्वनाथ मंदिर कैसे जाएं, पास के रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा, स्थानीय साधन और प्रमुख मार्ग।
काशी विश्वनाथ मंदिर कहां स्थित है?
काशी विश्वनाथ मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के विश्वनाथ गली में स्थित है। यह मंदिर गंगा नदी के मणिकर्णिका घाट के पास है और बनारस का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माना जाता है।
काशी विश्वनाथ मंदिर कैसे पहुंचे?
1. रेलवे से कैसे पहुंचे?
वाराणसी एक प्रमुख रेलवे जंक्शन है और भारत के लगभग सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है।
नजदीकी रेलवे स्टेशन:
-
वाराणसी जंक्शन (Varanasi Junction / BSB) – लगभग 4-5 किमी दूर
-
मंडुआडीह स्टेशन (Manduadih / MUV) – लगभग 6 किमी
-
काशी स्टेशन (Kashi Station / KEI) – लगभग 4 किमी
स्टेशन से मंदिर तक पहुँचने के लिए ऑटो, ई-रिक्शा या टैक्सी आसानी से मिल जाती है।
2. हवाई मार्ग से कैसे पहुंचे?
लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Varanasi Airport / VNS) काशी विश्वनाथ मंदिर से लगभग 25 किमी दूर स्थित है।
एयरपोर्ट से मंदिर तक पहुंचने के साधन:
-
प्रीपेड टैक्सी
-
कैब सेवा (Ola, Uber)
-
लोकल टैक्सी या ऑटो
एयरपोर्ट से मंदिर तक पहुँचने में लगभग 45 मिनट से 1 घंटा का समय लगता है, ट्रैफिक पर निर्भर करता है।
3. बस या रोड ट्रैवल से कैसे पहुंचें?
वाराणसी में उत्तर प्रदेश परिवहन की बस सेवाएं उपलब्ध हैं। आप लखनऊ, इलाहाबाद, पटना, गोरखपुर जैसे शहरों से सीधी बस लेकर वाराणसी पहुँच सकते हैं।
बनारस बस स्टैंड:
-
राजा तालाब बस स्टैंड
-
चौकाघाट बस स्टेशन – मंदिर से 3-4 किमी दूर
मंदिर तक पहुँचने का स्थानीय रास्ता
काशी विश्वनाथ मंदिर विश्वनाथ गली में स्थित है, जो संकरी गलियों से होकर गुजरती है। बड़े वाहन सीधे मंदिर के पास नहीं जा सकते।
यहाँ से पैदल जाना होता है:
-
गोदौलिया चौक से मंदिर की दूरी लगभग 500 मीटर है।
-
गोदौलिया से आगे ऑटो और कार नहीं जातीं।
-
आपको पैदल, ई-रिक्शा या बैटरी रिक्शा से जाना होगा।
नवीन गेट (Gyanvapi Gate) से प्रवेश करके दर्शन के लिए कतार में लगना होता है।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर
अब मंदिर तक पहुँचने के लिए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बन चुका है, जिससे गंगा घाट से लेकर मंदिर तक की दूरी काफी सहज और सुगम हो गई है। यह मार्ग विशाल, खुला और सुव्यवस्थित है और बुजुर्गों या दिव्यांगों के लिए भी सुविधाजनक है।
मंदिर जाने का सर्वोत्तम समय
-
सुबह 4 बजे से रात्रि 11 बजे तक मंदिर खुला रहता है।
-
सावन, महाशिवरात्रि, देव दीपावली और कार्तिक मास में दर्शन हेतु भीड़ अधिक होती है।
-
अगर आप शांति से दर्शन करना चाहते हैं, तो सुबह जल्दी जाएं।
निष्कर्ष
काशी विश्वनाथ मंदिर तक पहुँचने के कई विकल्प उपलब्ध हैं – ट्रेन, फ्लाइट और बस के माध्यम से। गोदौलिया चौक से मंदिर तक का रास्ता पैदल तय करना पड़ता है, लेकिन अब काशी कॉरिडोर के कारण यह यात्रा और भी सरल हो गई है। दर्शन के लिए समय, मार्ग और व्यवस्था की पूरी जानकारी होना आपकी यात्रा को और भी स्मरणीय बना देगा।