ॐ नमः पार्वती पतये, हर-हर महादेव” – ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का दिव्य रहस्य

परिचय:
हिंदू धर्म में “ॐ नमः पार्वती पतये, हर-हर महादेव” एक अत्यंत शक्तिशाली मंत्र है। यह मंत्र भगवान शिव और मां पार्वती दोनों की स्तुति करता है।
विशेष रूप से यह मंत्र ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग की पूजा में उच्चारित किया जाता है, जहाँ शिव का अद्भुत ओंकार रूप विराजमान है।

इस लेख में जानिए:

  • इस मंत्र का अर्थ और महत्व

  • ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का रहस्य

  • शिव और पार्वती की एकता का प्रतीक

  • भक्तों के लिए क्या फलदायक है यह स्तुति

🕉️ मंत्र का अर्थ:

“ॐ नमः पार्वती पतये”
मैं पार्वती के पति, शिव जी को नमस्कार करता हूँ।

“हर हर महादेव”
हर हर: सभी कष्टों को हरने वाला
महादेव: महान देवों के देवता

➡️ यह मंत्र शिव की विनम्रता, शक्ति और अनुग्रह का प्रतीक है।
यह मंत्र शिव भक्तों के लिए ऊर्जा, साहस, और शांति का स्रोत है।

🔱 ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग – एक परिचय

📍 स्थान:

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के तट पर स्थित है।
यह भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।

🕉️ विशेषता:

  • यहाँ ‘ॐ’ (ओंकार) के आकार में नदी बहती है, इसी कारण इसे ओंकारेश्वर कहा जाता है।

  • मंदिर दो भागों में है:

    1. ओंकार मठ

    2. ममलेश्वर मंदिर (जो पार्वती का प्रतीक माना जाता है)

🧘‍♀️ मान्यता:

  • कहा जाता है कि भगवान शिव ने स्वयं प्रकट होकर यहाँ लिंग रूप धारण किया।

  • इस ज्योतिर्लिंग की पूजा से समस्त पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

🌸 पार्वती और शिव की एकता

इस मंत्र का पहला भाग — “ॐ नमः पार्वती पतये” — हमें याद दिलाता है कि शिव अकेले नहीं हैं; वे शक्ति के साथ एक पूर्ण इकाई हैं।

  • पार्वती शक्ति (ऊर्जा) का प्रतिनिधित्व करती हैं

  • शिव चेतना (सचेत अस्तित्व) का

➡️ जब हम यह मंत्र जपते हैं, तो हम चेतना और शक्ति दोनों का आह्वान करते हैं।

🙏 पूजा विधि और लाभ

🪔 कैसे करें इस मंत्र का जप:

  1. सुबह स्नान कर शांत स्थान पर बैठें

  2. रुद्राक्ष माला से 108 बार मंत्र जप करें

  3. ओंकारेश्वर भगवान की तस्वीर या शिवलिंग के सामने दीपक जलाएँ

  4. अंत में “ॐ नमः शिवाय” से समापन करें

🌟 लाभ:

  • मानसिक शांति और भय का नाश

  • पारिवारिक सुख और समृद्धि

  • शिव और शक्ति की कृपा

  • आध्यात्मिक जागृति और साधना में उन्नति

✨ निष्कर्ष:

ॐ नमः पार्वती पतये, हर हर महादेव” केवल एक मंत्र नहीं, बल्कि शिव और शक्ति के अद्वितीय मिलन का दिव्य उद्घोष है।
जब हम इसे ओंकारेश्वर जैसे तीर्थ पर उच्चारित करते हैं, तो यह न केवल ध्वनि, बल्कि आत्मिक कंपन बन जाता है।

🌼 “हर हर महादेव” वह पुकार है, जो हर भक्त को शिव के चरणों तक पहुँचा देती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Shopping Cart
Scroll to Top